मेरी पुस्तक
हिंदी में लिखे Manuscript को eBook के रूप में Amazon पर बेचने की विधि पर है | इस का Thumbnail URL आगे दिया गया है |
पुस्तक में 15 अध्याय और लेखक का पत्र है |
"हिंदी में लिखी पुस्तक को स्वयं प्रकाशित करने की सुनहरी किताब"
हिंदी में लिखे Manuscript को eBook के रूप में Amazon पर बेचने की विधि पर है | इस का Thumbnail URL आगे दिया गया है |
सवि शर्मा और अमिश त्रिपाठी हाल के ऐसे दो सफल और मक्बूल लेखक हैं जिन्होंने अपने लेखन का प्रकाशन स्वयं प्रकाशन से शुरू किया|
Amazon पांच भारतीय भाषों में प्रकाशन करती है | Amazon हिंदी, गुजराती, मराठी, मलयालम और तमिल में लिखी पुस्तकों का प्रकाशन KDP के माध्यम से करती है |
Amazon ने पहले किताबों को ही बेचने से अपना व्यापर शुरू किया था | 2007 से Amazon ने Kindle नाम का E Reader और KDP शुरू किया था | Creative Space की साहयक Company से Amazon पेपरबैक भी छपता था परन्तु 2018 में उस का काम KDP को दे दिया था |
2015 में Amazon ने Kindle Create Software प्रस्तुत किया था | 2016 से Amazon ने भारतीय भाषों में भी मुद्रण शुरू कर दिया था | मुझे इस का पता 2017 में लगा और उसी साल मैंने Amazon पर अपनी पहली पुस्तक प्रकाशित की थी | उस पुस्तक का शीर्षक है "एक कहानी कुछ कवितायें "| वह पुस्तक मूल रूप में एक experiment था | उसी समय से मैंने यह देखा की KDP पर मुद्रण के बहुत से पहलू हैं | उन सब पर जानकारी KDP की Website पर दे रखी है परन्तु वह छे यूरोपीय भाषों में है| अगर किसी पहलू पर अगर स्पष्टता लेनी हो तो KDP केवल यूरोपीय भाषों में ही पत्राचार करने को तैयार थी |
मैंने यह भी देखा की कई लेखकों ने Kindle पर मुद्रण की विधि पर अंग्रेज़ी में पुस्तकें छापी हुई हैं | परन्तु ऐसी कोई पुस्तक सामने नहीं आई जो हिंदी में मुद्रण करने वालों के लिए हिंदी में लिखी हो| यह तथ्य 2017 मेरे सामने था | मैंने ऐसी पुस्तक खुद लिखने की तैयारी कर ली | परन्तु ऐसा करते ही मैं इस मुश्किल में पड़ गया कि ऐसी पुस्तक की रूपरेखा कैसी होगी | उस के लिए कैसा मंथन हुया उसे एक तरफ रखते हुए मैंने प्रतुत रूप में इस पुस्तक की रचना की है |
पुस्तक में 15 अध्याय और लेखक का पत्र है |
No comments:
Post a Comment